अपनी एक जिंदगी, बिलकुल तन्हा अकेला इस तन्हा सफर में......! अपनी एक जिंदगी, बिलकुल तन्हा अकेला इस तन्हा सफर में......!
फूलों मैं भी शूल की बात होती है दीपक होकर भी उजाले से, फूलों मैं भी शूल की बात होती है दीपक होकर भी उजाले से,
कभी तुम भी क्या ख्यालों में मुझे सुनते हो इसी ख्याल में हम बेख्याल से।। कभी तुम भी क्या ख्यालों में मुझे सुनते हो इसी ख्याल में हम बेख्याल से।।
जिसे चाहा हो तुमने उसके चले जाने के बाद हर जगह उसी को ढूंढना मगर कही भी उसका पूरी तरह से एक जगह न मि... जिसे चाहा हो तुमने उसके चले जाने के बाद हर जगह उसी को ढूंढना मगर कही भी उसका पूर...
इनसे मिलने से पहले सोचता था कि ये शायर, लेखक और कवि क्या बकवास लिखते है। अपने लेख को पढ़ाने के लिए क... इनसे मिलने से पहले सोचता था कि ये शायर, लेखक और कवि क्या बकवास लिखते है। अपने ले...
कभी-कभी मेरा हाथ थामे साथ चलते-चलते तुम्हारी निगाह कहीं शून्य में अटक जाती है। कभी-कभी मेरा हाथ थामे साथ चलते-चलते तुम्हारी निगाह कहीं शून्य में...